लेखनी प्रतियोगिता -12-Dec-2022 बोलती चिड़िया
7 बरस के हनुमान ने बिजली के मीटर के ऊपर बने गड्ढे में हाथ डालकर छोटी सी गौरैया चिड़िया के अंडे अनजाने में जमीन पर गिरा कर तोड़ दिऐ तो चिड़िया ने पहली मंजिल पर उसके कमरे की खिड़की से शोर मचा मचा कर उसकी नाक में दम कर दिया था। उस दिन के बाद वह जहां भी चिड़िया का घोंसला देखता था। तो उस जगह से 10 फुट की दूरी बना लेता था।
जब हनुमान पढ़ लिखकर पुलिस इंस्पेक्टर बन गया, तो उसके पास 10 साल की लड़की बिजली की मां का एक केस आता है। जो फुटपाथ पर मां के साथ गुलाब के फूल और खिलौने बेजती थी। बिजली के पिता के कारखाने में पुरानी मशीन से काम करते हुए दोनों हाथ कट गए थे। उस मशीन को मैकेनिक इंजीनियर नेभी फेल कर दिया था। लेकिन मालिक ने वह मशीन कारखाने से हटाने से मना कर दिया था।
मालिक की बड़े-बड़े नेताओं अफसरों से जान पहचान की वजह से बिजली के पिता को इंसाफ नहीं मिल पाता औरकोर्ट में अपने लिए इंसाफ मांगते मांगते मांगतेउनका छोटा सा घर भी बिक गया था।
इसलिए अब वह नाले में झुग्गी बनाकर रहने लगे थे। बिजली और उसके छोटे भाई सावन की पढ़ाई भी बीच में छूट गई थी। सर्दियों का मौसम था। कड़ाके की ठंड पड़ रही थी। चारों तरफ ठंड और कोहरा छाया हुआ था। ऊपर से रविवार की छुट्टी का दिन सुबह से शाम हो गई थी, बिजली और उसकी मां को खिलौने और गुलाब का फूल बेचते बेचते लेकिन पूरे परिवार के रात के खाने के पैसे उन्होंने नहीं कमाए थे। बिजली की मां बिजली से कहती है कि "आज रात को पूरे परिवार को भूखा सोना पड़ेगा इसलिए कुछ देर तक और खिलौने और गुलाब के फूल बेच लेतेहैं
उसी समय ट्राफिक रेड लाइट पर अपनी बड़ी सी कार से दो दोस्तों के साथ शराब के नशे में धुत उसके पिता के कारखाने का वही मालिक आ जाता है। जिसके कारखाने में पुरानी मशीन सेकाम करते हुए बिजली के पिता के दोनों हाथ कट गए थे।
बिजली की मां उसे पहचान कर बच्चों के लिए रात के खाने के लिए कुछ पैसे मांगती है। मालिक बिजली की मां को पहचान लेता है। और बिजली के पिता से मिलने के बाद बहुत से पैसे खाने के लिए देने के लिए कहता है। और यह कह कर बिजली और उसकी मां को अपनी गाड़ी में बिठा लेता है।
बिजली की मां बिजली से कहती है "यह वही मालिक है, जिनके कारखाने में तेरे पिता के दोनों हाथ कट गए थे।" बिजली गुस्से में कहती है "मां मुझे इस आदमी की बड़ी सी गाड़ी में नहीं बैठना।" मां उसे समझा कर कहती है, "बेटी आज यह तेरे पिता जी से मिलकर हमें स्वादिष्ट खाना खाने के लिए बहुत से पैसे देगा।"
लेकिन वह दुष्ट मनुष्य अपने दोनों साथियों के साथ मिलकर बिजली और बिजली की मां को सुनसान जगह में ले जाता है। और वह जब बिजली की मां अपनी इज्जत बचाने के लिए संघर्ष करती है। और बिजली इस संघर्ष में मां का साथ देती है, तो उसके पिता का मालिक अपने दोस्तों के साथ मिलकर बिजली और उसकी मां को शराब के नशे में बहुत मारते हैं। फिर बिजली को गाड़ी की डिग्गी में बंद करके, उसकी मां के साथ तीनों बलात्कार करते हैं।
बिजली की मां के साथ बलात्कार करने के बाद मालिक अपने दोस्तों के साथ बिजली और उसकी मां को सुनसान जगह छोड़कर गाड़ी से भाग जाता हैं। मां के आंसू पहुंचने के बाद बिजली मां से कहती है, "मैंने ट्राफिक रेड लाइट पर पुलिस वालों को कई बार देखा है ऐसी बड़ी गाड़ी वालों को पकड़ कर सजा देते हुए। इसके बाद बिजली अपनी मां को सीधे थाने लेकर जाती है।
थाने में हनुमान इस्पेक्टर छोटी सी बिजली की हिम्मत से बहुत खुश होता है। और सबसे पहले अपने पैसों से बिजली और उसकी मां को खाना खिलाता है, फिर उसके पिता और छोटे भाई को थाने बुलाकर इंसाफ दिलाने का विश्वास दिला कर पेट भर खाना खिलाता। बिजली की मां का केस कोर्ट में पहुंच जाता है।
बिजली की मां की गवाही के बाद हनुमान इंस्पेक्टर को बिजली की मां को इंसाफ दिलाने के लिए बिजली की गवाही का इंतजार था। और जब बिजली गवाही देने आती है, तो कोर्ट में बिजली की गवाही सुनने के लिए सन्नाटा छा जाता है। बिजली गवाही देती है और कहती है, "मैं इस आदमी को जीवन मेंकभी नहीं भूल सकती। इस आदमी की वजह से हमारे परिवार की रोटी छिनी हमारा घर छीना हम दोनों भाई बहन की पढ़ाईछीन गई जिन खिलौनों से मैं और मेरा भाई खेलते मैं उन्हें ट्राफिक रेड लाइट पर परिवार का पेट भरने के लिए बेचती हूं। इसने मेरा बचपन भी छीन लिया। और इसने और इसकेदोनो दोस्तों ने मेरी मां की इज्जत भी छीन ली। छोटी सी बिजली की इतनी सच्ची गवाही से पूरी दुनिया का दिल दुखी हो जाता है। और उसके पिता के कारखाने के मालिक और उसके दोस्तों को जज साहब सजा सुना देते हैं।
जनता सामाजिक संस्थाओं मीडिया के दबाव में आकर सरकार को बिजली के पिता के कारखाने वाले केस को सीबीआई कीजांच के आदेश देने पड़ते हैं।
उधर हनुमान इंस्पेक्टर को बिजली को देखकर बचपन की वह गौरैया चिड़िया याद आ जाती है। और वह मन में सोचता है। जब चिड़िया बोलती है, तो अच्छे-अच्छे महानुभवो को अपने कान बंद करने पड़ते हैं।
Punam verma
13-Dec-2022 08:46 AM
Very nice
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Abhinav ji
13-Dec-2022 07:46 AM
Very nice👍👏
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Rajesh rajesh
13-Dec-2022 01:15 AM
👌👌👌👌
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